भोपाल में खोह में पहुंचे 6 बच्चे, मिट्‌टी धंसने से 4 की मौत; 6 साल की बच्ची की सूचना पर 2 को बचाया

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भोपाल:  ।मुख्यमंत्री ने की 4-4 लाख रुपए आर्थिक सहायता की घोषणा भोपाल कलेकटर ने मिट्टी खोदने पर लगाई रोक मृतकों की उम्र 5 से 12 साल के बीचभोपाल के सूखी सेवनिया इलाके के ग्राम बरखेड़ी में सोमवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। यहां मिट्टी खोदने गए चार बच्चों की मिट्टी धंसकने से मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, गांव के 7 बच्चे मिट्टी खोदने गए थे। मिट्टी खोदते-खोदते अंदर गहरे में पहुंच गए। मिट्टी धंस गई और 6 बच्चे दब गए। बाहर खड़ी 6 साल की बंटी घटना देख दौड़कर घर गई और परिवार वालों को बताया। परिजन ने सभी छह बच्चों को वहां से निकालकर हमीदिया अस्पताल भेजा गया, लेकिन रास्ते में ही 4 बच्चों ने दम तोड़ दिया। 2 की हालत गंभीर है। इधर, परिवार वाले बच्चों का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते हैं। उनका कहना है कि हमारे बच्चे तो चले गए, उनकी चीर-फाड़ नहीं करवाना चाहते हैं। मिट्टी में दबने वालों में तीन लड़कियां और तीन लड़के थे। मौके पर पुलिस और ग्रामीण मौजूद हैं। एक बच्चा बाहर ही खड़ा था, जिससे वह चपेट में आने से बच गया।मौत की खदान… सोमवार सुबह ग्राम बरखेड़ी में इस खदान ने ली बच्चों की जान।मिट्टी खदान में धंसने वाले बच्चों का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते परिजन।मिट्टी खोदने पर रोकइस घटना के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी खोदने पर भोपाल कलेक्टर ने रोक लगा दी है। मृत बच्चों के परिजनों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 4-4 लाखों रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने दुख और शोक संवेदना व्यक्त की है।मृतकों में तीन लड़कियां और एक लड़काबरखेड़ी गांव में सुबह 9 बजे के आसपास यह हादसा हुआ है। मरने वालों में तीन लड़कियां और एक लड़का है। इनमें मनोज पिता बन्ने (7) , आशा पिता कैलाश (7), शीला पिता प्रभुराम (9) और कविता पिता श्यामलाल (10) शामिल है। मनोज बन्ने का बेटा है और बाकी तीन उसकी बुआ लगती हैं। वो बन्ने के चाचा की बेटियां हैं। बन्ने ने बताया कि सभी बच्चे खेलने बाहर चले गए थे और मिट्टी की खदान में खुदाई करने लगे थे। वो सुरंग जैसी जगह थी और ऊपर से धंस गई। इसमें सभी बच्चे दब गए। रोहित और विक्रम नामक बच्चे भर्ती है और हालात ठीक है।पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़े परिजनहमीदिया अस्पताल में परिवार के लोग बच्चों का पोस्टमार्टम नहीं कराने को लेकर अड़ गए है। मौके पर मौजूद एसडीएम क्षितिज शर्मा ने उन्हें समझाइश देकर मानने की कोशिश की लेकिन वो मानने को तैयार नहीं हो रहे है।अधिकारियों के सामने हाथ जोड़कर बच्चों की चीरफाड़ नहीं करने की गुहार लगाते परिजन।

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